रिच डैड पूअर डैड समरी हिंदी में - Rich Dad Poor Dad Book Summary in Hindi - PDF

नमस्कार दोस्तों, आप सभी का हमारे BookHistoryब्लॉग पर स्वागत है|

दोस्तों अगर आप Rich Dad Poor Dad Book in Hindi पढना चाहते हैं तो आप

सही जगह आये हो|दोस्तों यह बूक लेखक की best selling में से एक है| यह book पैसे की अहमियत को बताती है|




Rich Dad Poor Dad Book Summary in Hindi


रिच डैड पूअर डैड समरी हिंदी में - Rich Dad Poor Dad Book Summary in Hindi - PDF

Rich Dad Poor Dad Book Summary in Hindi में हम बात करेंगे की अमीर लोग लोग पैसो के बारे में अपने बच्चो को ऐसा क्या सिखाते है, जो गरीब व माध्यम वर्ग के लोग अपने बच्चो को नही सिखा पाते हैं| पैसा किस तरह से कमाया जाये और किस तरह से खर्च किया जाये, ये हमें किसी भी स्कूल या कॉलेज में नही सिखया जाता है | सायद यही वजह है की अमीर लोग और अमीर होते जा रहे है और गरीब लोग और गरीब होते जा रहे है| मिडिल क्लास फैमिली की जिन्दगी तो  लोन की क़िस्त ही चुका पाती है | 

यह कहना गलत नही है की पैसा शक्ति का एक रूप है, लेकिन फाइनेंसियल एजुकेशन इससे भी ज्यादा शक्तिशाली है| पैसा तो आता जाता रहता है लेकिन आप जानते है, की पैसा कैसे कम करता है तो इस पर काबू प् सकते हैं, और पैसा बना सकते है | आज के दिन सभी लोग पैसो के बारे में अपने पेरेंट्स से सीखते है लेकिन गरीब लोग अपने बच्चो को पैसो के बारे में क्या सिखा पाते है| वो सिर्फ ये सिखाते है की स्कूल जाओ और पढो , हो सकता है वह बच्चा अच्छे नंबर ले भी आये लेकिन अभी भी पैसो के बारे में उसकी समझ गरीब ही है | 

हमारी आज की शिक्षा प्रणाली की सबसे बड़ी कमी यही है की यह हमे पैसे के विषय के बारे में नही बताती है | अगर आप जानना चाहते हैं, की ऐसी क्या चीज जो गरीब और अमीर के बिच में अंतर पैदा करती है तो रॉबर्ट  कियोसाकी की बुक रिच डैड पुअर डैड की समरी हिंदी में जरुर पढ़े| 

स्टोरी ऑफ़ रोबर्ट कियोसाकी 

इस book में रोबर्ट कियोसाकी अपने रिच डैड और पुअर डैड के बारे में बताते है| आप सोच रहे होंगे की एक ही आदमी के दो पिता कैसे हो सकते है| दरअसल लेखक अपने पिता को पुअर डैड और अपने फ्रेंड माइक के पिता को रिच डैड मानते है| रोबर्ट के खुद के पिता जिन्हें वे गरीब कहते थे वो एक उच्च शिक्षित और बुद्धिमान व्यक्ति थे| वे एक पीएचडी होल्डर थे और दुसरे पिता 

जिन्हें रोबर्ट अपने अमीर पिता कहते थे, 8वी क्लास भी पास नही कर पाये| रोबर्ट के दोनों ही डैड अपने अपने करियर में सफल थे| दोनों ही पितो ने जिन्दगी भर कड़ी मेहनत की और काफी पैसा कमाया था लेकिन एक हमेशा आर्थिक परेशानिया से जूझता रहे और वहीँ दूसरा पिता सबसे अमीर लोगो में से एक बने | हम में से ज्यादातर लोग पैसो के बारे में उन लोगो से सीखते है जो खुद जिन्दगी भर पैसो की कमी के कारण जूझते रहते हैं| रोबर्ट कहते हैं मैं खुसनसीब था मेरे पास दो डैड थे इसलिए मेरे पास दो दृष्टिकोण का विकल्प था, एक गरीब और एक अमीर| मिसाल के तोर पर, पुअर डैड कहते थे, "पैसे का प्रेम, ही सारी बुरे की जड़ है| "वही रिच डैड कहते थे, "पैसे की कमी ही सारी बुराई की जड़ है| पुअर डैड कहते थे, मैं इसे नहीं खरीद सकता | वही रिच डैड कहते थे, मैं इसे कैसे नही खरीद सकता हूँ? पुअर डैड कहते थे मेहनत से पढो, ताकि तुम्हे किसी अच्छी कंपनी में नोकरी मिल जाये| वही रिच डैड कहते थे "मेहनत से पढो ताकि तुम्हे खरीदने के लिए अच्छी कंपनी मिल जाये | पुअर डैड कहते थे की " मैं इसलिए गरीब हूँ क्योकि मुझे बाल - बच्चो को पालन करना है" | "वही अमीर डैड कहते हैं " मुझे अमीर बनना हैं क्योकि मुझे बाल - बच्चो का पालन करना हैं | पुअर डैड कहते थे जहाँ पैसे का मामला हैं वहा सुरक्षित खेलो खेलो जोखिम मत लो | वही अमीर डैड कहते थे " जोखिम को संभालना सीखो" | आख़िरकार रोबर्ट क्योसाकी ने 9 वर्ष की उम्र में फैसला ले लिया था की वे सिर्फ अमीर डैड की सलाह मानेंगे केवल उन्ही के बताये गए रस्ते पर चलेंगे | रोबर्ट ने अपनी पढाई शुरू की और इसी समय उन्होंने अमीर डैड से कुछ सबक सीखे जिनकी बदोलत वो आगे चलकर अमीर बन गए | 

 यह भी पढ़ें - विंग्स ऑफ़ फायर 

        

Chapter 1 : अमीर लोग पैसो के लिए कम नहीं करते 



सबसे पहले मैं आप सभी को एक कहानी के माध्यम से समझाने की कोसिस करूँगा - एक व्यक्ति जिसके पास एक गधा होता है जब उस व्यक्ति उस गधे से मेहनत करवानी होती है तो वह एक गाजर उस गधे के आगे लटका देता है उस गाजर को देखते हुए गधा उस खाने के लालच में मेहनत करने लगता है उस गधे को उमीद होती है की एक न एक दिन वह गाजर तक पहुँच ही जायेगा लेकिन बेचारा गधा गाजर तक कभी नहीं पहुच पाता क्योंकि यह गाजर तो सिर्फ एक छलावा है लेकिन उस व्यक्ति के लिए गधे से मेहनत करवाने की एक तरकीब बन गयी 

ज्यादातर लोग उसी गधे की तरह होते हैं | जो उमीद में मेहनत पर मेहनत किये चले जाते हैं की एक दिन अमीर बन जायेंगे | लेकिन पैसा उनके लिए केवल एक सपना बन कर ही रह जाता है, वो कभी भी अमीर नहीं बन पाते| अगर आप अमीर बनना चाहते है तो सिर्फ पैसा कमाने के लिए कम न करे पैसे को आपके लिए कम करने दे | क्योकि जैसे ही हम अमीर बनने की रह में अपना पहला कदम बढ़ाते हैं, तो हमारा  डर  और लालच हम पर हावी होने लगता है की कही हम गरीब के गरीब ही न रह जाएँ| इस अध्याय में लेखक ने उन लोगो की बात की है, जो खेल को सुरक्षित खेलना चाहते हैं, क्योंकि उनको जोखिम लेना तो कभी सिखाया ही नहीं गया |  

ऐसे लोगो के दिमाग में कुछ चीजो को लेकर हमेशा डर बना रहता है| जैसे लों की क़िस्त न चुका पाने का डर , नोकरी छूटने का डर, पर्याप्त पैसे न होने का डर और दोबारा नए सिरे से शुरआत करने का डर आदि | इन्ही डर की वजह की वजह से ज्यादातर लोग नोकरी करते हैं| यही डर और लालच हमें ऐसे चक्कर में उलझा देता है, जो कभी ख़त्म होने का नाम नहीं लेता| हम ज्यादा मेहनत करते हैं, ताकि हम ज्यादा कमा सके, लेकिन फिर हमारे खर्च भी उसी हिसाब से बढ़ते हैं| इसी को अमीर डैड RAT RACE ( चूहां दोड़ ) कहते हैं जो की एक ट्रैप है| हमको लालच और डर के इस ट्रैप से बचना है | क्योंकि हममे से ज्यादातर लोग जो अमीर बनना चाहते हैं वो इसी ट्रैप का शिकार हो जाते हैं| लेखक कहता है की पैसा हमारे लिए 24 घंटे कम कर सकता है, लेकिन अगर हम पैसे कके लिए कम क्कर रहे हैं, to उसका फायदा केवल हमारे मालिक को होता है या उस कंपनी को जन्हा आप नोकरी कर रहे हैं| 

अमीर डैड अपने सबक की शुरुआत कुछ इस तरह करते हैं की वो रोबर्ट और उसके मित्र माइक को अपने एक कविनिएन्स स्टोर में कम में लगा लेते हैं| इस कम के लिए उन्हें कोई पैसा नहीं मिलता है, फिर भी वो दोने कम करते रहते हैं | वो दोनो पुरे दिल से काम को करते हैं | इसका फायदा ये हुआ की इस कम के दोरान उनके दिमाग में कई नए आईडिया आये| अमीर डैड ने उनको बताया था की पैसा कमाने के तरीको पर हमेशा निगाह रखें, अगर अपने एक बार अवसर को पहचान लिया to आप जीवनभर  अच्छे अवसर को पहचानने लगोगे |  

उन दोनों ने अमीर डैड की इस बात को याद रखा, उन्होंने देखा की उस स्टोर के क्लर्क मिसिज मार्टिन कॉमिक्स बूक के सामने वाले पेज को दो हिस्सों में फाड़ देती थी, और आधा हिस्सा वो अपने पास रख लेती थी, और बाकि का आधा हिस्सा फेंक देती थी| शाम के समय स्टोर में कॉमिक्स डिस्ट्रिब्युटर आता था, और कॉमिक्स बूक के उपरी आधे हिस्से को स्टोर की क्लर्क मिसिज मार्टिन से क्रेडिट के लिए लेता और बदले में नई कॉमिक्स बूक्स दे दिया ल्रता था| एक दिन उन दोनों ने उस डिस्ट्रीब्यूटर से पूछा की क्या आप पुराणी कॉमिक्स बुक्स हमें दे सकते हो| कॉमिक्स डिस्ट्रीब्यूटर इस शर्त पर की बुक्स को बेचेंगे नही , कॉमिक्स बुक देने के लिए तैयार हो गया | उन्होंने सोचा क्यों न हम इन पुरानी कॉमिक्स बूक्स को किराये पर पढने के लिए दे, और उन्होंने एसा ही किया | 

उन्होंने अपने दोस्तों और बाकि बच्चो को पढने के लिए कॉमिक्स बूक्स को किराये पर देने शुरू कर दिया| इसके बदले दो घंटे के दस सेंट किराया वसूला करते थे, इन दो घंटो में ग्राहक कितनी भी किताब पढ़ सकते थे| 

उन दोनों ने माइक की बहन को इस कम में अपनी मदद के लिए एक डोलर प्रत्येक सप्ताह की तनख्वाह पर रख लिया| इस तरह वो दोनों तीन महीने तक ओसतन हर सप्ताह 9.5 डॉलर कमा रहे थेइससे उन्होंने सिखा की पैसा को खुद के लिए कम पर कैसे लगाया जाता है

 

Chapter 2 : लोगो को पैसे की शिक्षा देनी क्यों जरुरी है 

रोबर्ट बताते है की 1923 में एजवाटर बीच होटल, शिकोगो में एक मीटिंग हुई थी| इस मीटिंग दुनियाभर के लीडर और बेहद अमीर बिज़नसमैंन लोगो ने हिस्सा लिया था| इनमे से एक बहुत बड़ी स्टील कंपनी के मालिक चार्ल्स सवाब और समुअल इंसुल उस वक्त की लार्जेस्ट यूटिलिटी प्रेसिडेंट के अलावा और भी अन्य बड़े बिज़नसमैंन यहाँ मोजूद थे| 

इस मीटिंग के 25 साल बाद कई लोग गरीबी में मर गए , कुछ लोग खुदखुशी कर ली थी , और कुछ ने to अपनी दिमागी संतुलन ही खो दिया था| असल बात to ये है की लोग पैसा तो कमा लेते हैं, लेकिन वो ये सीखना भूल जाते हैं की पैसा को कैसे रखा जाये| आप चाहे कितना भी पैसा क्यों न कमा ले, लेकिन उसे बनाया रखना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है, और अगर आपमें ये हुनर तो आप किसी भी समस्या का आसानी से सामना कर सकते हैं| 

देखा जाये to एकाउंटिंग दुनिया का सबसे बोर्रिंग सब्जेक्ट है| ये बहुत उलझन भरा है | लेकिन अगर आप लम्बे समय तक अमीर बने रहना चाहते हैं, तो ये सबसे महत्वपूर्ण विषय है| सवाल ये है की आप इस बोर्रिंग सब्जेक्ट को किस तरह आसानी से समझ सकते हैं| 

  • Liabilities और Assets  के बीच के फर्क को समझे और सिर्फ Assets ही खरीदे     

अमीर बनने का सबसे आसान और सबसे महत्वपूर्ण नियम है, की आपको सम्पति यानि की Assets और दायित्व यानि की Liabilities का अंतर पता होना चाहिए, और हमेशा सम्पति ही खरीदनी चाहिए| अगर आप अमीर बनना चाहते हैं, तो आपको बस इतना ही जानने की जरूरत है | 

  • Liabilities और Assets किसे कहते हैं ?  

Assets वो चीज हैं, जो आपकी जेब में पैसे डालती है | और वहीँ Libilities वह चीज है, जो आपकी जब से पैसे निकलती है| 

 

Chapter 3 : अपने काम से काम रखो 

टेक्सास यूनिवर्सिटी में McDonald के संस्थापक रे क्राक ने MBA की एक क्लास में अपनी स्पीच दी | ये बात 1947 की है, उनकी यह स्पीच बहुत ही शानदार और लोगो को प्रेरित करने वाली थी | इस स्पीच के बाद छात्रो ने उनके साथ कुछ समय बिताने की गुजारिश की तो McDonald के संस्थापक उन छात्रों के साथ बियर पिने के लिए सहमत हो गए| 

इसी बिच बातो बातो में रे क्रोक ने छात्रों से पूछा की क्या आप जानते हैं की मैं किस वयवसाय में हूँ| इस सवाल के बाद पहले to छात्र हसने लगे फिर उनमे से किसी ने हिम्मत जुटाते हुए कहा की जाहिर है, आप हैम्बर्गेर बेचने के व्यवसाय में हैं| इस जवाब को सुनकर रे क्राक  हंसने लगे और उन्होंने कहा मैं जनता था की आपका जवाब यहीं होगा लेकिन मै हैमबर्गर नहीं बेचता बल्कि रियल एस्टेट में हूँ | 

McDonald की सफलता में फ्रेंचाइजी की जमीन और उसकी लोकेशन की अहम् भूमिका है जो McDonald की फ्रेंचाइज खरीदता है उसको वो जमीं भी खरीदनी पड़ती है| उसका सीधा सा मतलब है , ये एक रियल एस्टेट बिज़नस है| 

यही सबक अमीर डैड ने रोबर्ट को सिखाया की कैसे लोग, खुद को छोड़कर बाकि सबके लिए कम करते हैं| अमीर डैड इस रहस्य को जानते थे इसलिए वो हमेशा कहते थे की अपना पूरा ध्यान खुद के कम पर केन्द्रित करो अपना पूरा जीवन दुसरो की खातिर कम करने में बर्बाद मत करो| 

हममें से ज्यादातर लोग टैक्स चुकाकर सर्कार के लिए कम करते हैं| हम उस कम्पनी के लिए कम करते जहाँ हम नोकरी करते हैं| ज्यादातर लोगो की जिन्दगी में पैसो की तंगी इसी लिए आती है , क्योंकि वो सारी जिन्दगी दुसरो के लिए कम करते रहते हैं, और अपने लिए कुछ नहीं बचा पाते | 

 

Chapter 4 : टैक्स का इतिहास और कारपोरेशन की शक्ति 

शुरुआत में टैक्स केवल अमीर लोग ही देते थे | शुरुआत में टैक्स का मतलब था की जो व्यक्ति जायदा पैसे कमाएगा वो अपनी कमाई का कुछ हिस्सा जुर्माना के तोर पर सर्कार को देगा | बाद में टैक्स उन लोगो से भी वसूला जाने लगा जिन्होंने इसकी पैरवी की थी यानि गरीब और मध्य वर्ग |

सबको लगता है की अमीर लोग पैसे देते हैं लेकिन असा बिलकुल भी नही है आज के समय में मध्य वर्ग के लोग ज्यादा टैक्स देते हैं | वही अमीर लोग सबसे कम टैक्स देते हैं | क्योकि अमीर लोगो को टैक्स और उससे जुड़े सभी कानून को अच्छी तरह जानते हैं | अमीर लोग या तो खुद सीखते हैं या फिर ऐसे लोगो को जॉब पर रखते हैं जो इस फील्ड के अच्छे जानकर हैं| 

 

Chapter 5 : अमीर लोग पैसे का आविष्कार करते हैं 

आप में से ज्यादातर लोग जानते हैं की एक बार स्कूल कॉलेज से निकलने के बाद डिग्री और ग्रेड ज्यादा महत्वपूर्ण नही हैं | असल जिन्दगी में ग्रेड काफी नहीं होते हैं क्योकि 

संसार में चतुर नहींसाहसी लोग आगे बढ़ते हैं

फिनिक्स और एरिजोना के लोग आर्थिक तंगी झेल रहे थे |ओग अपनी प्रोपर्टी ओने पोने दामो में बेच रहे थे | निवेशको के लिए यह सबसे अच्छा मोका था | रोबर्ट ने 75,000 डॉलर की कीमत वाला एक मकान 20,000 डॉलर में खरीद लिया | 

इसके बाद उन्होंने अटोर्नी के ऑफिस में एक विज्ञापन दिया और उनके पास उनका 75,000 डॉलर की कीमत वाला यह मकान 60,000 डॉलर में बेचकर 40,000 डॉलर कम लिए | इस पुरे खेल में रोबर्ट को केवल 5 घंटे का ही समय लगा | 

 Chapter 6 : सिखने के लिए कम करेपैसो के लिए नहीं (Rich Dad Poor Dad Book Summary in Hindi)

लेखक बताते हिन् की एक बार सिंगापूर में एक महिला पत्रकार उनका इंटरव्यू ले रही थी| महिला पत्रकार उनसे बोली की मैं भी आपकी तरह best selling लेखक बनना चाहती थी | रोबर्ट भी उस महिला पत्रकार के लेख पढ़ चुके थे, जो काफी दमदार और स्पष्ट थे | उसके लेखो में पाठको को अपना बनाने की क्षमता थी | महिला रिपोर्टर कहती है की मेरे नोवल्स लोगो द्वारा काफी पसंद किये जाते हैं | लेकिन फिर भी कुछ नहीं होता है| इसलिए उसने रोबर्ट से सलाह मांगी की उसे क्या करना चाहिए ? 

रोबर्ट ने इस सवाल के जवाब में महिला को सेल्स ट्रेनिंग लेने की सलाह दी | इस बात पर महिला नाराज होकर कहने लगी, मैं एक पेशेवर लेखिका हूँ मेरे पास इंग्लिश लिटरेचर में मास्टर डिग्री है , मुझे बिक्री सिखने की क्या जरूरत है | रोबर्ट कहते हैं की ये दुनिया स्मार्ट व शिक्षित लोगो से भरी पड़ी है | हम ऐसे लोगो से रोज मिलते हैं | लेकिन पॉइंट की बात ये है की पैसा कमाने के लिए केवल आपका टेलेंट ही काफी नहीं है, क्योंकि उस टेलेंट को कैसे भुनाया जाये , जब तक आप ये नही जानोगे तब तक आपका टेलेंट बेकार है | 

 

Chapter 7 : बाधाओं को पार करना (Rich Dad Poor Dad Book Summary in Hindi)

रोबर्ट कहते हैं , की पैसे की समझ होने के बाद भी आर्थिक आजादी हासिल करना की रह में कई बाधाओं से आपका सामना हो सकता है | ऐसें 5 मुख्य कारण हैं, जिनकी वजह से पैसे की समझ रखने वाला लोग भी अपने सम्पति वाले कॉलम को बढ़ा नहीं पाते हैं इसलिए इन  बाधाओं को पार करना बहुत जरुरी है:

  1. डर 
  2. निराशावाद 
  3. आलस्य 
  4. बुरी आदतें
  5. अहंकार 

 

Discription 

Rich Dad Poor Dad Book को लिखने का मुख्या उद्देश्य लोगो को पैसे की शिक्षा देना है जो भी इन्सान अपने आर्थिक भविष्य की बागडोर अपने हाथो में लेना चाहता है उसे रिच डैड पुअर डैड बुक से शुरुआत करनी चाहिए | 

Rich Dad Poor Dad Book Summery in Hindi आपको कैसी लगी comment करके आप बता सकते हैंऔर जिस भी बुक की आप summery पढना चाहते हैं आप मुझे comment करके बता सकते हैं |

धन्यवाद 




 

 

 

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.